ENCYCLOPEDIA
on every aspect of life in 108 volume.
Auther: Pandit Shriram Sharma Acharya,
founder All World Gayatri Pariwar, Shantikunj Haridwar
1 |
निरोग जीवन के
महत्त्वपुर्ण सूत्र [Vol.39] |
2 |
जीवेम शरद: शरम्
[Vol.41] |
3 |
चिरयौवन एवं शाश्वत
सौन्दर्य [Vol.42] |
4 |
चमत्कारी विशेषताओं से
भरा मानवी मस्तिष्क [Vol.18] |
5 |
चिकित्सा─उपचार के
विविध आयाम [Vol.40] |
6 |
यज्ञ: एक समग्र
उपचार─प्रक्रिया [Vol.26] |
7 |
यज्ञ का ज्ञान─विज्ञान
[Vol.25] |
1 |
मनस्विता,
प्रखरता और तेजस्विता [Vol.57] |
2 |
चेतन, अचेतन एवं सुपर
चेतन मन [Vol.22] |
3 |
अपरिमित संभावनाओं का
आगार मानवी व्यक्तितत्व [Vol.21] |
4 |
पूज्यवर की अमॄतवाणी
(भाग─1) [Vol.68] |
5 |
मनुष्य में देवत्व का
उदय [Vol.54] |
6 |
विचारसार एवं
सूक्तियाँ (भाग─1) [Vol.69] |
7 |
विचारसार एवं
सूक्तियाँ (भाग─2) [Vol.70] |
10 |
प्रेरणाप्रद द्रष्टांत
[Vol.67] |
8 |
संस्कॄति संजीवनी :
श्रीमदभागवत एवं गीता [Vol.31] |
9 |
रामायण की प्रगतिशील
प्रेरणाएँ [Vol.32] |
11 |
जीवन देवता की
साधना─आराधना [Vol.2] |
12 |
प्रज्ञोपनिषद्
[Vol.38] |
1 |
सांस्कॄतिक
चेतना के उन्नायक : सेवाधर्म के उपासक [Vol.45] |
2 |
हमारी संस्कॄति─इतिहास
के कीर्तिस्तम्भ [Vol.43] |
3 |
महापुरुषों के
अविस्मरणीय जीवन प्रसंग (भाग─1) [Vol.50] |
4 |
महापुरुषों के
अविस्मरणीय जीवन प्रसंग (भाग─2) [Vol.51] |
5 |
विश्व─वसुधा जिनकी सदा
ॠणी रहेगी [Vol.52] |
6 |
मर्यादा पुरुषोत्तम
राम [Vol.30] |
7 |
मरकर भी अमर हो गये जो
[Vol.44] |
1 |
गॄहस्थ : एक
तपोवन [Vol.61] |
2 |
हमारी भावी पीढ़ी और
उसका नवनिर्माण [Vol.63] |
3 |
समाज का मेरुदण्ड :
सशक्त परिवार तंत्र [Vol.48] |
1 |
गायत्री साधना
के प्रत्यक्ष चमत्कार [Vol.11] |
2 |
गायत्री की पंचकोशी
साधना एवं उपलब्धियाँ [Vol.13] |
3 |
गायत्री की दैनिक एवं
विशिष्ट अनुष्ठानपरक साधना [Vol.12] |
4 |
गायत्री साधना की
वैज्ञानिक पॄष्ठभूमि [Vol.14] |
5 |
सावित्री, कुण्डलिनि
एवं तंत्र [Vol.15] |
6 |
गायत्री महाविद्या का
तत्वदर्शन [Vol.9] |
7 |
गायत्री साधना का
गुह्य विवेचन [Vol.10] |
1 |
ईश्वर कौन है?
कहाँ है? कैसा है? [Vol.8] |
2 |
विज्ञान और अध्यात्म :
परस्पर पूरक [Vol.23] |
3 |
दॄश्य जगत की अदॄश्य
पहेलियाँ [Vol.55] |
4 |
प्राणशक्ति: एक दिव्य
विभूति [Vol.17] |
5 |
भविष्य का
धर्म─वैज्ञानिक धर्म [Vol.24] |
6 |
शब्दब्रह्म─नादब्रह्म
[Vol.19] |
7 |
मरणोत्तर जीवन: तथ्य
एवं सत्य [Vol.16] |
8 |
सूक्ष्मीकरण एवं
उज्ज्वल भविष्य का अवतरण भाग 1 [Vol.28] |
9 |
सूक्ष्मीकरण एवं
उज्ज्वल भविष्य का अवतरण भाग 2 [Vol.29] |
1 |
समस्त विश्व को
भारत के अजस्र अनुदान [Vol.35] |
2 |
षोडश संस्कार विवेचन
[Vol.33] |
3 |
भारतीय संस्कॄति के
आधारभूत तत्व [Vol.34] |
4 |
धर्मतत्व का दर्शन एवं
मर्म [Vol.53] |
5 |
तीर्थ सेवन : क्यों और
कैसे? [Vol.37] |
1 |
इक्कीसवीं सदी :
नारी सदी [Vol.62] |
2 |
युग─परिवर्तन कैसे और
कब? [Vol.27] |
3 |
सामाजिक, नैतिक एवं
बौद्धिक क्रान्ति कैसे? [Vol.65] |
4 |
भव्य─समाज का अभिनव
निर्माण [Vol.46] |
5 |
यत्र नार्युस्त
पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता [Vol.47] |
6 |
प्रतिगामिता का कुचक्र
ऎसे टूटेगा [Vol.59] |
7 |
धर्मचक्र प्रवर्तन एवं
लोकमानस का शिक्षण [Vol.36] |
8 |
राष्ट्र समर्थ और
सशक्त कैसे बने? [Vol.64] |
9 |
विवाहोन्माद : समस्या
और समाधान [Vol.60] |
10 |
शिक्षा एवं विद्या
[Vol.49] |
1 |
ईश्वर─विश्वास
और उसकी फलश्रुतियाँ [Vol.56] |
2 |
उपासना─समर्पण योग
[Vol.3] |
3 |
व्यक्तितत्व─विकास
हेतु उच्चस्तरीय साधनाएँ [Vol.20] |
4 |
साधना से सिद्धि
(भाग─1) [Vol.5] |
5 |
साधना से सिद्धि
(भाग─2) [Vol.6] |
6 |
आत्मोत्कर्ष का
आधार─ज्ञान [Vol.58] |
7 |
प्रसुप्ति से जागॄति
की ओर [Vol.7] |
8 |
साधना पद्धतियों का
ज्ञान और विज्ञान [Vol.4] |
1 |
युगद्रष्टा का
जीवन─दर्शन [Vol.1] |
2 |
युग निर्माण
योजना─दर्शन, स्वरूप व कार्यक्रम [Vol.66] |
Rs. 125 of each volume
purchase > e-mail :
ajsansthan@awgp.org
*01-070 Volume of Spiritual Encyclopedia are available for all readers.
*71-108 Volume of Spiritual Encyclopedia are under editing.
Thank you for List of complete work
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